नई दिल्ली : : प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर राज्यसभा में अपनी बात रखी. इससे पहले लोकसभा में भी वह अपनी बात रख चुके हैं. लोकसभा चुनाव से पहले संसद से आखिरी सत्र में पीएम मोदी ने दोनों ही सदनों में कांग्रेस और गांधी परिवार को अपने निशाने पर रखा।
कांग्रेस को ओबीसी विरोधी कठघरे में खड़ा कर पीएम मोदी ने 2024 के चुनाव का एजेंडा भी सेट कर दिया है और अपनी सरकार का रिपोर्ट कार्ड रखने के साथ ही कांग्रेस सरकारों की सुस्त रफ्तार के भी सबूत भी गिनाए. इसके साथ ही पीएम ने तीसरे टर्म में सत्ता में आने की भविष्यवाणी भी कर दी है।
पीएम मोदी ने लोकसभा के बाद राज्यसभा में भी कहा कि कांग्रेस को 10 साल के दौरान अच्छा विपक्ष बनने का मौका मिला लेकिन इसमें वो विफल रही. विपक्ष में भी कुछ होनहार लोगों को उभरने नहीं दिया. ओबीसी आरक्षण को लेकर पंडित जवाहर लाल नेहरू की चिट्ठी पढ़ते हुए कहा कि कांग्रेस जन्म से ही आरक्षण की विरोधी रही है. राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि एक ही प्रोडक्ट बार-बार लॉन्च करने के चक्कर में कांग्रेस की दुकान पर ताला लगने की नौबत आ गई है. ऐसे में सवाल यह उठता है कि पीएम मोदी विपक्ष के किसी भी दल पर तीखा हमला बोलने के बजाय कांग्रेस पर ही क्यों हमलावर नजर आते हैं?