स्कूल, आरडब्ल्यूए, कॉरपोरेट और समुदाय राष्ट्रव्यापी आंदोलन से जुड़ने के लिए तैयार
समग्र स्वास्थ्य के प्रति देश की बढ़ती प्रतिबद्धता के एक शानदार प्रमाण के तौर पर, आयुष मंत्रालय को यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि 1,000 से अधिक संगठनों ने पहले ही प्रमुख योग संगम पहल के तहत अपने प्रस्ताव पंजीकृत करा दिए हैं। इस प्रकार, 21 जून 2025 को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (आईडीवाई) के अवसर पर होने वाला यह कार्यक्रम भारत का सबसे बड़ा स्वास्थ्य (वेलनेस) समारोह बनने के लिए तैयार है।
स्कूल, कॉलेज, कॉरपोरेट्स, एनजीओ, रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन, सरकारी विभागों और सभी 28 राज्यों एवं 7 केंद्र शासित प्रदेशों के जमीनी स्तर के सामुदायिक समूहों के साथ, विभिन्न संगठनों और संस्थानों की तरफ से उत्साही प्रतिक्रिया आ रही है। इन समूहों ने देश को आत्मा, श्वास और गति में एकजुट करने के सामान्य योग प्रोटोकॉल (सीवाईपी) के अनुरूप योग प्रदर्शन आयोजित करने का संकल्प लिया है ।
संयुक्त राष्ट्र के 2015 में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व के अनुरोध पर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को आधिकारिक रूप से मान्यता दिए जाने को इस वर्ष एक दशक पूरा हो गया है। चूंकि राष्ट्र स्वास्थ्य के क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व के एक दशक का जश्न मना रहा है, इसलिए 2025 की थीम “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग” पहले से कहीं अधिक गहराई से गूंज रही है।
बर्फ से ढके हिमालय से लेकर कन्याकुमारी के दक्षिणी छोर तक, शांत पार्कों से लेकर हलचल भरे स्कूल के मैदानों और कार्यालयों के लॉन तक, 21 जून को एक लाख से अधिक स्थानों के स्वास्थ्य और एकता के जीवंत केंद्रों में तब्दील होने की उम्मीद है। योग संगम सिर्फ एक आयोजन नहीं है, बल्कि यह हमारे भीतर और हमारे आसपास सद्भाव को बढ़ावा देने वाला एक राष्ट्रीय स्वास्थ्य आंदोलन है।
आंदोलन के साथ जुड़िए
आयुष मंत्रालय नागरिकों, संस्थाओं और समुदायों को इस ऐतिहासिक योग संगम का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित करता है। स्थानीय योग सत्रों की मेजबानी करके वे अपने आप में स्वास्थ्य के क्षेत्र में अग्रणी बन सकते हैं।
इसमें भाग लेने का तरीका:
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अपना समूह या संगठन पंजीकृत करें
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21 जून 2025 को अपना योग संगम कार्यक्रम आयोजित करें
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कार्यक्रम के बाद, भागीदारी का विवरण अपलोड करें और अपना आधिकारिक प्रशंसा प्रमाणपत्र प्राप्त करें
आइए, हम सब मिलकर स्वास्थ्य और सद्भाव की एक समन्वित लहर बनाएं जो विश्व को भारत के शाश्वत उपहार – योग की प्रतिध्वनि हो।
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