लक्षद्वीप अब भारत का छिपा हुआ स्वर्ग नहीं रहा, प्रधानमंत्री की यात्रा ने इसे वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर ला दिया है-उपराष्ट्रपति।
प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों की बदौलत यह सदी भारत की है-उपराष्ट्रपति।
लक्षद्वीप द्वीपों के समूह से कहीं बढ़कर है; यह हमारी संस्कृति और अनेकता में एकता को परिभाषित करता है- उपराष्ट्रपति।
उपराष्ट्रपति ने लक्षद्वीप में विलवणीकरण संयंत्र और नांधर आंगनवाड़ी का उद्घाटन किया।
उपराष्ट्रपति लक्षद्वीप के बंगाराम द्वीप में टेंट सिटी का उद्घाटन करेंगे।


उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने आज कहा कि, “लक्षद्वीप अब भारत का छिपा हुआ स्वर्ग नहीं रह गया है। माननीय प्रधानमंत्री की लक्षद्वीप यात्रा ने इसे वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर ला दिया है।”
उन्होंने कहा, “हमारे देश में विकास लोगों के जीवन को उसी तरह प्रभावित कर रहा है, जैसे सूर्य धरती के हर हिस्से को प्रभावित करता है।”
लक्षद्वीप के अगत्ती द्वीप के पंचायत स्टेज में आज एक सार्वजनिक समारोह को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा, “मेरी यह यात्रा खोज और व्यक्तिगत विकास की यात्रा से कम नहीं है।”
लक्षद्वीप की प्राचीन सुंदरता और हाल ही में हुए विकास कार्यों की सराहना करते हुए श्री धनखड़ ने कहा, “लक्षद्वीप का आकार भले ही छोटा हो, लेकिन इसका हृदय बहुत विशाल है। बंगाराम द्वीप टेंट सिटी रिज़ॉर्ट पर्यटन क्रांति है। यहां 17,500 वर्ग मीटर में विश्व स्तरीय आतिथ्य है। यह पर्यटकों के लिए स्वर्ग है। लक्षद्वीप महज द्वीपों के समूह से कहीं बढ़कर है। यह हमारी संस्कृति, अनेकता में एकता और अच्छे पर्यावरण से हमारे आशय को परिभाषित करता है।”
उपराष्ट्रपति ने चेतलाट द्वीप में कम तापमान वाले तापीय विलवणीकरण संयंत्र और कल्पेनी द्वीप में नांधर आंगनवाड़ी का भी रिमोट से उद्घाटन किया। बाद में उपराष्ट्रपति बंगाराम द्वीप का दौरा करेंगे और शनिवार को द्वीप पर टेंट सिटी का उद्घाटन करेंगे।

इस अवसर पर केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप के प्रशासक श्री प्रफुल्ल पटेल, माननीय लोकसभा सदस्य श्री मुहम्मद हमदुल्ला सईद और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
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